Vidisha एडीएम ने की स्वास्थ्य विभाग के लंबित आवेदनों की समीक्षा, सीएमएचओ ने सौपे अतिरिक्त प्रभार

स्वास्थ्य विभाग के लंबित आवेदनों की समीक्षा

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ विदिशा मध्यप्रदेश रविकांत उपाध्याय / 8085883358

सीएम हेल्पलाइन के तहत स्वास्थ्य विभाग में लंबित आवेदनों के निराकरण पर जिले में विशेष जोर दिया जा रहा हैं अपर कलेक्टर वृदांवन सिंह के द्वारा जिले के ऐसे विभाग जिनमें सीएम हेल्पलाइन के अधिक संख्या में आवेदन लंबित है उन विभागों की पृथक से समीक्षा बैठक आयोजित की जा रही है वहीं उन विभागों के खण्ड स्तरीय अधिकारियों से व्हीसी के माध्यम से संवाद किया जा रहा है।

अपर कलेक्टर वृदांवन सिंह के द्वारा नवीन कलेक्ट्रेट के बेतवा सभागार कक्ष में आयोजित इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा एल वन स्तर के अधिकारी मौजूद रहें। बैठक की शुरूआत में अपर कलेक्टर द्वार एल वन स्तर के अधिकारियों के द्वारा सीएम हेल्पलाइन के आवेदनों पर दाखिल किए गए जबाव के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन ही नहीं दिया बल्कि शब्दावली का चयन कर जबाव दाखिल करने में किन किन शब्दों का उपयोग कदापि नही करना है। पर गहन प्रकाश डाला है।

अपर कलेक्टर वृदांवन सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि जैसे ही एल वन स्तर पर शिकायत प्राप्त होती है ठीक वैसे ही संबंधित आवेदक के मोबाइल नम्बर पर त्वरित संवाद किया जाए। विलम्ब होने पर आवेदकों का आक्रोश बढता है और कई बार वे मोबाइल नही उठाते है। ऐसी परिस्थितियों में संबंधित ग्राम स्तरीय स्वास्थ्य विभाग का अमला आवेदकों से जीवंत सम्पर्क करें और संभव हो तो अपने वरिष्ठ अधिकारियों से भी संवाद कराए।

गौरतलब हो कि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अधिकांश शिकायतों का प्रारूप निम्नानुसार है। जिसमें 108 वाहन सेवा का समय पर ना पहुंचना, आपातकालीन सहायता ना मिलना, आशा कार्यकर्ताओं से संबंधित उपचार में विलम्बता, जननी सुरक्षा योजना का लाभ ना मिलना अथवा विलम्बता से मिलना, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ अनुपस्थित रहना, बिलम्ब से आना, वहीं मरीजो व उनके परिजनों से अच्छा व्यवहार ना करना, नसबंदी मुआवजा, प्रोत्साहन राशि से संबंधित, प्रसूति सहायता योजना अंतर्गत श्रमिकों को न्यूनतम वेतन, पोषण भत्ता ना मिलना, मुख्यमंत्री जन कल्याण (संबल) योजना अंतर्गत प्रसूति सहायता राशि, राज्य सहायता राशि समय पर प्राप्त ना होना, इसके अलावा विभागीय अनुकम्पा, पेंशन सहित पूर्व उल्लेखित कुल 166 शिकायतें दर्ज है। इन शिकायतों के निराकरण हेतु की जाने वाली कार्यवाही से विस्तृत अवगत कराया गया है।

उपरोक्त बैठक में डिप्टी कलेक्टर व नोडल अधिकारी श्रीमती अमृता गर्ग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय, सिविल सर्जन सह अधीक्षक डॉ संजय खरे के अलावा समस्त बीएमओ सहित अन्य चिकित्सक तथा लोक सेवा गारंटी के जिला प्रबंधक अमित अग्रवाल मौजूद रहें।

अतिरिक्त प्रभार सौंपने के आदेश

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एके उपाध्याय ने सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ चिकित्सकों को अतिरिक्त प्रभार सौंपने के आदेश जारी कर दिए है।

सीएमएचओ डॉ उपाध्याय ने प्रशासनिक कार्यो की सुविधा दृष्टि को ध्यानगत रखते हुए चिकित्सा अधिकारी डॉ पुनीत महेश्वरी अपने पूर्व दायित्वों के साथ-साथ अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक एनसीडी कार्यक्रम के नोडल अधिकारी का प्रभार सौंपा गया है।

इसी प्रकार नेत्र चिकित्सक डॉ आरके साहू को भी आगामी आदेश तक जिला कार्यक्रम प्रबंधक (अंधत्व), कार्यक्रम अधिकारी अंधत्व नियंत्रण का प्रभार तत्काल प्रभाव से सौंपा है। जबकि जिला मलेरिया अधिकारी बीएम वरूण को भी आपदा प्रबंधन, सूचना का अधिकार अधिनियम तथा लीगल का नोड्ल अधिकारी के दायित्व सौंपे गए है। स्वास्थ्य विभाग के तीनो अधिकारियों से सीएमएचओ डॉ उपाध्याय ने अपेक्षाएं व्यक्त की है कि सौंपे गए अतिरिक्त कार्यो का भी सुव्यवस्थित रूप से संचालन, क्रियान्वयन कर जिले की स्वास्थ्य गतिविधियों की प्रगति को अग्रसर करेंगे।