भाव के भूंखे होते हैं भगवान- शास्त्री

ग्राम किशनपुर में हो रहा है श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ महोत्सव
स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल@गंजबासौदा रमाकांत उपाध्याय/ 

नटेरन तहसील अंतर्गत ग्राम किशनपुर में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञानयज्ञ महोत्सव में कथा का वाचन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित महेन्द्रकृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि भगवान सिर्फ भाव के भूंखे होते हैं और हृदय की पुकार पर भक्त के पास चले आते हैं उसके दुख दर्द दूर करते हैं।   उन्होंने कहा कि सत्संग की महिमा अनंत है हमेशा सत्संग करना चाहिए। भगवान को पाने के लिए अपना मन निर्मल बनाना चाहिए। महोत्सव में कथा सुनने के लिए भक्तों की भीड़ पहुँच रही है।  श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के मुख्य यजमान पूर्व सरपंच शोभाराम जिंगारिया ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक हो रही है। कथावाचक शास्त्री जी व यजमान से श्रद्धालुओं से कोविड नियमो का पालन करते हुए धर्मलाभ लेने की अपील की है।