Vidisha एक दिवसीय कार्यशाला में किसान हुए प्रशिक्षित, उद्योग स्थापनाओं को बढ़ावा दे रही सरकार

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उद्यानिकी फसलो से फायदा ही फायदा -जिपं अध्यक्ष श्रीमति गीता कैलाश रघुवंशी

नकदी फसलों की ओर किसान रूझान बढाएं-कलेक्टर उमाशंकर भार्गव

विदिशा एक मात्र ऐसा जिला है जो कृषि उपकरण उत्पादको से विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा – जिपं सीईओ डॉ योगेश 

राज्य सरकार उद्योग स्थापनों को बढ़ावा दे रही : पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम उन्नयन योजना के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन एक जिला एक उत्पाद के तहत शुक्रवार को आयोजित की गई थी।

                जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता रघुवंशी ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उद्यानिकी फसलों से फायदा ही फायदा है चाहे वह पर्यावरण संरक्षण के लिए हो अथवा आर्थिक आमदनी के लिए। विभिन्न प्रकार के फलोत्पादन से हम समाज में कुपोषण को भी दूर करने में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से मददगार साबित हो रहे है। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में कम लागत से अधिक मुनाफा कैसे हो कि ओर राज्य सरकार द्वारा पूरा ध्यान दिया जा रहा है ताकि किसानो की आमदनी में दुगनी वृद्धि हो सकें।

                कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने किसान बंधुओं से कहा कि नगदी फसलों की ओर किसानो का रूझान बढ रहा है जिले में उद्यानिकी फसलों के रकवे में हो रही वृद्धि इस बात का द्योतक है। उन्होंने कहा कि किसानो को समय-समय पर उद्यानिकी सहित अन्य कृषि क्षेत्रों में हुए नवाचारो की जानकारी देने के साथ-साथ किसानो की समस्याओं के समाधान हेतु इस प्रकार की कार्यशालाएं अतिआवश्यक है।

                कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि उद्यानिकी फसलों से किसानो को हर रोज पैसो की आवक होती है। उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए हर रोज हरी सब्जियों व फलो का सेवन की बढ़ती मांग को किसान भाई कैसे पूरा करें इसके लिए वैज्ञानिको द्वारा बतलाई जा रही तकनीकियों का उपयोग खेती बाडी में जरूर करें।

                कलेक्टर श्री भार्गव ने कहा कि विदिशा जिला फलोद्यानिकी की नाम से जाना जाए। यहा की जलवायु विभिन्न प्रकार के फलोत्पादन के लिए अनुकूल है। अतः किसानभाई अपनी खेती भूमि में गेंंहू, चना, मटर, धान, सरसो, मक्का के अलावा उद्यानिकी फसलों को स्थान अवश्य दें।

                उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक केएल व्यास ने कार्यशाला के शुभांरभ अवसर पर आयोजन के उद्धेश्यों पर गहन प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि किसानबंधुओं की उद्यानिकी क्षेत्र के संबंध में जिज्ञासाओं का समाधान करने साथ ही नवीन तकनीकी व हुए नवाचार से अवगत कराने के अलावा एक जिला एक उत्पाद के तहत सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना के तहत उद्योग स्थापित करने के इच्छुक किसानबंधुओं की डीपीआर तैयार कराने का कार्य किया गया है।

                पीएनबी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित कार्यशाला में दो सौ से अधिक कृषकों ने सहभागिता निभाई है। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री व्यास ने बताया कि सभी सातो विकासखण्ड के कृषको को उक्त कार्यशाला में आमंत्रित किया गया था। कार्यशाला में भाग लेने वाले कृषको को उद्यानिकी क्षेत्र में हुए नवाचारो पर आधारित साहित्य का भी वितरण किया गया है।

पुरस्कृत

                जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी ने कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना के तहत उद्यानिकी उद्योग स्थापित करने वाले चार कृषको को सम्मानित किया है। जिपं अध्यक्ष श्रीमती रघुवंशी ने मौके पर जिन कृषको को प्रशंसा पत्र शील्ड प्रदाय की है उनमें आसुतोष शर्मा, सरोज अग्रवाल, अजय साहू, और प्रेमनारायण साहू शामिल है।

पौधरोपण

                कार्यशाला में शामिल हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता कैलाश रघुवंशी ने मौसम्बी का तथा कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव ने अशोक का पौधा पीएनबी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र परिसर में रोपित किया है।

                उक्त कार्यशाला में पीएनबी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र की संचालिका के अलावा उद्यानिकी विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, अधीक्षक के अलावा कृषकबंधु मौजूद रहें।

एक जिला एक उत्पाद पर आधारित जिला स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम

राज्य सरकार उद्योग स्थापनों को बढ़ावा दे रही : पूर्व नपाध्यक्ष मुकेश टंडन

विदिशा एक मात्र ऐसा जिला है जो कृषि उपकरण उत्पादको से विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा – जिपं सीईओ डॉ योगेश भरसट

 

                मध्यप्रदेश राज्य स्थापना दिवस आयोजन के परिपेक्ष्य में आज शुक्रवार को एक जिला एक उत्पाद पर आधारित जिला स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम का आयोजन रविन्द्रनाथ टैगोर सांस्कृतिक भवन, आडिटोरियम में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम स्थल पर प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने, सुनने के प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे

                कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टण्डन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उद्योग स्थापित करने वालो के लिए विभिन्न स्तरों पर अनेक प्रकार की छूटे दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में भी उद्योग स्थापना की अपार संभावनाएं है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी लघु उद्योग स्थापित कर हम शासन की योजनाओं से लाभांवित होकर अन्य को रोजगार मुहैया कराने के कार्यो में सहभागी बन सकते है।

                पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री टण्डन ने कहा कि विदिशा जिले में कृषि उपकरण निर्माण उत्पादक विदेशो को भेजे जा रहे है जिससे विदेशी मुद्रा की प्राप्ति हो रही है। उन्होंने कृषि के अन्य क्षेत्रों में भी इसी प्रकार की ख्यातियां अर्जित करने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा रोजगार सृजन कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योग स्थापन का अधिकार अब जन सामान्य को सौंपा है मध्यप्रदेश आत्म निर्भर बने इस कार्य में उद्योग स्थापन की महती भूमिका है। उन्होंने घरेलू उद्योगो को दिए जा रहे लाभ सभी को लेने की अपील की है।

                जिला पंचायत के सीईओ डॉ योगेश भरसट ने आयोजन के उद्धेश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विदिशा जिले में उद्योगो को बढावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। विदिशा एक मात्र ऐसा जिला है जो कृषि उपकरण उत्पादको से विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है।

   कार्यक्रम को सांसद प्रतिनिधि राकेश शर्मा के अलावा भाजपा नेतागण सुरेन्द्र सिंह चौहान, पंकज पांडे, दिनेश कुशवाह ने भी सम्बोधित किया।

                कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागो के माध्यम से क्रियान्वित स्वरोजगार योजनाओं से लाभांवित होने वाले हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र व हितलाभ का वितरण अतिथियों द्वारा किया गया है।

जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक पीडी वंशकार ने बताया कि रोजगार दिवस के तहत कुल स्वीकृत 1718 के विरूद्व 977 हितग्राहियों को 1447.64 लाख राशि के स्वीकृत पत्र प्रदाय किए गए है जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के पचास हितग्राहियों को 354 लाख रूपए के मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के 75 हितग्राहियों को 507.94 लाख रूपए के, ग्रामीण पथकर विक्रेता के 62 हितग्राहियों को 6.20 लाख, क्रेडिट लीकेंज के 17 समूह को 170 लाख रूपए के, पीएम स्वनिधि योजना के 359 हितग्राहियों को 35.90 लाख रूपए के, शहरी विकास अभिकरण की स्वरोजगार योजना के तहत 32 हितग्राहियों को 64 लाख रूपए के वहीं एसएचजी लिकेंज के 38 हितग्राहियों को 76 लाख रूपए के, मत्स्य पालन विभाग से संबंद्ध दो सौ मत्स्य पालको को केसीसी राशि के 16 लाख रूपए की स्वीकृति पत्र के अलावा मत्स्य संपदा योजना के 25 हितग्राहियों को 91 लाख रूपए के स्वीकृति पत्र प्रदाय किए गए है।

                अतिथियों द्वारा इसके अलावा पशुपालन विभाग के माध्यम से क्रियान्वित केसीसी ऋण के दस प्रकरणो में 1.80 लाख रूपए तथा आचार्य विद्यासागर गौसंवर्धन योजना के दो प्रकरणो में 12.60 लाख रूपए के उद्यानिकी विभाग की पीएम सूक्ष्म खाद्य सूक्ष्म योजना के एक प्रकरण में पांच लाख रूपए की जबकि संस्थागत वित्त, जिला अग्रणी बैक के माध्यम से क्रियान्वित मुद्रा योजना के 101 हितग्राहियों को 130.50 लाख रूपए के तथा जिला अत्यवसायी सहकारी विकास समिति के द्वारा क्रियान्वित संत रविदास योजना के चार हितग्राहियों को 15़.70 लाख रूपए की तथा डाक्टर भीमराव अम्बेडकर आर्थिक कल्याण योजना के एक प्रकरण में एक लाख रूपए की स्वीकृति पत्र हितग्राही को प्रदाय किया गया है।

  आयोजन स्थल पर जनप्रतिनिधियों के अलावा विभिन्न विभागो के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा हितग्राहीगण मौजूद रहें।