AWGP भारतीय संस्कृति के प्रचार – प्रसार में गायत्री परिवार के प्रयास सराहनीय – राष्ट्रपति रामनाथ जी

AWGP अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार व देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद जी, गायत्री परिवार के प्रयासों की सराहना

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ शान्तिकुंज हरिद्वार रमाकांत उपाध्याय/ 9893909059


भारत के राष्ट्रपति रामनाथ जी कोविंद अखिल विश्व गायत्री परिवार के मुख्यालय शांतिकुंज के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में देव संस्कृति विश्वविद्यालय एवं शांतिकुंज हरिद्वार पहुंचे। राष्ट्रपति के देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचने पर प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव बलदाउ देवांगन ने राष्ट्रपति का पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत अभिनन्दन किया। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी मौजूद थे।

 

देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिसर स्थित मृत्युंजय सभागार में राष्ट्रपति, राज्यपाल एवं उच्च शिक्षा मंत्री के साथ देसंविवि के प्रमुख पदाधिकारियों एवं आचार्यों का सामूहिक छायाचित्र का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने राष्ट्रपति को शांतिकुंज स्वर्ण जयंति वर्ष के गायत्री प्रतिमा स्मृति चिह्न, गंगाजाल, देसंविवि स्वावलंबन विभाग निर्मित जूट बैग एवं पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की ओर से प्रतिपादित सार्वभौम प्रज्ञा योग मार्गदर्शिका भेंट किया।

इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ जी कोविंद ने देसंविवि के प्रांगण में स्मृति स्वरूप रुद्राक्ष के पौधे का भी रोपण किया। राष्ट्रपति ने प्रज्ञेश्वर महादेव मन्दिर में पूजा अर्चना कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। यहां विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक वैदिक मंत्रोच्चारण कर विश्व कल्याण की प्रार्थना की गई।

राष्ट्रपति ने भारत एवं बाल्टिक देशों के संबंधों की मधुरता एवं मजबूती बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित एशिया का प्रथम बाल्टिक सांस्कृतिक अध्ययन केन्द्र का अवलोकन करते हुए इसके माध्यम से किये जा रहे प्रयासों और अनुसंधानों की प्रशंसा की। देव संस्कृति विश्वविद्यालय भ्रमण के दौरान यहां के मूल्यपरक शिक्षण प्रणाली, वैज्ञानिक अध्यात्मवाद, योग – आयुर्वेद, अनुसंधान, स्वावलंबन एवं विभिन्न रचनात्मक व शैक्षणिक गतिविधियों का राष्ट्रपति ने अवलोकन करते हुए विवि द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए गायत्री परिवार , देव संस्कृति विश्वविद्यालय का प्रयास सराहनीय है।

राष्ट्रपति इसके बाद गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुंचे। शांतिकुंज में उन्होंने युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा जी के पवित्र पावन कक्ष का दर्शन किया जहां आचार्य श्री ने विश्वमानवता के लिए साधना एवं साहित्य सृजन का महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न किया था। युगऋषि द्वारा 1926 से प्रज्जवलित अखण्ड दीपक का दर्शन किए जिसके समक्ष युगऋषि ने गायत्री महामंत्र के 24-24 लाख के 24 महापुरश्चरण 24 साल तक अनवरत सम्पन्न किये। यह अखण्ड दीपक गायत्री परिजनों के श्रद्धा का केन्द्र है।  मनुष्य में देवत्व का उदय और पृथ्वी पर स्वर्ग के अवतरण के उद्देश्य से गायत्री परिवार कार्य कर रहा है जहां बिना किसी पंथ जाति भेदभाव के सामूहिकता के साथ विश्व बन्धुत्वता की भावना से कार्य किये जाते हैं।