Jabalpur गायत्री शक्तिपीठ में तीन दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर, घर-घर पहुचाएं गुरुजी के विचार

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ जबलपुर मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय / 9893909059


अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में गायत्री शक्तिपीठ में तीन दिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शान्तिकुंज प्रतिनिधि रमेश अभिलाषी द्वारा कार्यकर्ताओ को गायत्री परिवार के कार्यो से अवगत कराकर सक्रियता से चलाए जाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। 

कोरोना महामारी के कारण मिशन कार्य में शिथिलता आ गई थी जिसे अब दूर कर सक्रियता से गतिविधियों सहित सप्त आंदोलनों व कर्मकांड संस्कार आदि चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।

गायत्री परिवार के संस्थापक पूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने के लिए झोला पुस्तकालय चलाए जाए, अखंड ज्योति, युग निर्माण योजना व प्रज्ञा अभियान के ज्यादा सदस्य बनाये जाए, अंशदान ब समयदान अनिवार्य रूप से किया जाए। जानकारियां दी गई। प्रशिक्षण दो दिन और जारी रहेगा।

कार्यक्रम में जबलपुर के जिला समन्वयक नरेश तिवारी , जिला युवा प्रकोष्ठ प्रभारी कमल राय , श्रीमती मधु नामदेव , श्रीमती निवेदिता श्रीवास्तव , श्रीमती मन्जू, श्री रमेश पटेल, श्री सेन , श्री चौहान, श्रीमती कविता तिवारी सहित 45 कार्यकर्ता मौजूद थे।

जनजागृति का केंद्र है जबलपुर का शक्तिपीठ 

40 वर्षों से महाकौशल क्षेत्र का यह एक जन जागृति का केंद्र है। इस शक्तिपीठ से युग शिल्पी तैयार किए जाते हैं। जो राष्ट्र की जन जागृति का कार्य करते हैं। यहां पर प्रतिवर्ष 200 से अधिक आदर्श विवाह, 5000 से अधिक पौधारोपण किया जाता है। ग्राम तीर्थ योजना के द्वारा 70 से अधिक गांव में गृहगृह गायत्री यज्ञ एवं जन जागरण, 300 से अधिक अन्न प्रासन संस्कार, महिलाओं का पुंसवन एवं अन्य संस्कार किया जाता है।


माता भगवती अन्नपूर्णा योजना के तहत प्रति‍दिन 300 जरूरतमंद लोगों को विक्टोरिया एवं मेडिकल अस्पताल में निःशुल्क भोजन वितरित किया जाता है। वाइस और प्रज्ञा के माध्यम से संगीत से संस्कार की ओर ले जाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। गायत्री शक्तिपीठ पर नित्य यज्ञ, नर्मदा शुद्धि अभियान, नशा मुक्ति अभियान, होम्योपैथिक चिकित्सा जैसे अनेक कार्यक्रम चलाए जाते हैं। गुरुदेव की मंशानुरूप यह शक्तिपीठ युग परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। चलित पुस्तकालय के माध्यम से गुरुजी की पुस्तकें जन जन को उपलब्ध कराई जाती है।