Ganjbasoda दूसरों को सुधारने से पहले स्वयं को सुधारें, तभी देवत्व का उदय होगा – प्रभाकांत तिवारी जी

गायत्री साधना से सारे संकटों से मुक्ति के साथ होती है कामनाओं की पूर्ति

दीक्षा की पांच शर्तो का अनिवार्य करें पालन, तभी मिलेगी गुरु-गायत्री की कृपा

मनुष्य में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग का अवतरण ईश्वरीय योजना है सफल होकर रहेगी

गायत्री प्रज्ञापीठ पर हुआ जिला स्तरीय संगोष्ठी का समापन

गायत्री परिवार के प्रांतीय व जिले के पदाधिकारियों ने दिया कार्यकर्ताओ को मार्गदर्शन

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ गंजबासौदा मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय / 9893909059

बरेठ मार्ग स्थित गायत्री प्रज्ञापीठ पर अखिल विश्व गायत्री परिवार की जिला स्तरीय संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें मिशन द्वारा संचालित बिभिन्न गतिविधियों की समीक्षा कर आगामी कार्ययोजना से अवगत कराया गया।

मध्यप्रदेश के सहायक जोनल समन्वयक प्रभाकांत तिवारी ने कहा कि हम दूसरों को सुधारने से पहले स्वयं को सुधारें। तभी देवत्व धारण कर सकते हैं। आजकल उल्टा ही हो रहा है स्वयं सुधरने के बजाय दुसरो को सुधारने लगे हुए हैं। गायत्री साधना से संकटों से मुक्ति के साथ ही समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति की जा सकती है। इससे जन जन को जोड़ना चाहिए। गायत्री महाविज्ञान ज्ञान का भंडार है इसे पढ़ना चाहिए और जीवन मे आत्मसात करना चाहिए।

पांच शर्तो का करें पालन, तभी मिलेगा देवता का अनुदान

गुरुजी की मंत्रदीक्षा में बताई पांच शर्तो का अनिवार्य पालन करें जिसमें साधना- उपासना- आराधना, नियमित अंशनदान, समयदान, स्वाध्याय व नए परिजनों को जोड़ना शामिल है। इसके बाद ही हम मिशन के उद्देश्य मनुष्य में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग का अवतरण में जल्दी सफल हो सकते हैं। उन्होंने महिलामण्डल, युवा मंडल, प्रज्ञा मंडल के गठन, गायत्री परिजन बनाने की नियम शर्तो से परिचय कराया। गृहे गृहे गायत्री यज्ञ, आओ गढ़े संस्कार पीढ़ी अभियान में विशेष रूप से कार्य करने का आह्वान किया।

अहंकार मुक्त होकर करें सभी से प्रेमपूर्ण व्यवहार

उन्होंने दायित्ववान कार्यकर्ताओ को अहंकार मुक्त होकर प्रेमपूर्वक व्यवहार कर सभी को साथ लेकर चलने की नसीहत भी दी। आजकल प्रभार मिलते हैं भारी बनकर बैठ जाते हैं जिससे मिशन का कार्य प्रभावित होता है। 
उन्होंने जिले के तीनों शक्तिपीठ व प्रज्ञापीठ पर प्रत्येक माह साधना शिविर और कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने की बात कहीं। जिला समन्वयक के पास मासिक रिपोर्ट प्रतिमाह अनिवार्य रूप से 10 तारीख तक भेजने का कहा।

भगवान की योजना है युग निर्माण 
भोपाल उपजोंन प्रभारी व शक्तिपीठ व्यवस्थापक रामचंद्र गायकवाड़ ने कार्यकर्ताओं को याद दिलाते हुए कहा कि यह विश्व की समस्त समस्याओं के निराकरण के लिए युग निर्माण योजना भगवान की योजना है जिसमें हिमालय की ऋषि सत्ताओं का सूक्ष्म संरक्षण व शक्ति काम कर रही है। हमे सिर्फ श्रेय लेना है बाकी काम भगवान स्वयं कर रहे हैं। भगवान के कार्य मे कंजूसी नहीं करनी चाहिए। प्रज्ञापीठ शक्तिपीठ जन जागरण का केंद्र बने। सिर्फ मंदिर बनने से कार्य पूरा नहीं होगा। घर घर गुरुजी के विचार पहुंचाएं।

नया कार्यकर्ता करे तैयार, सिर्फ प्रचार से कुछ नही होगा

पूर्व शान्तिकुंज प्रतिनिधि व वरिष्ठ परिजन रमेश अभिलाषी ने सभी कार्यकर्ताओं को आत्म समीक्षा करनी चाहिए, युग निर्माण योजना युग को बदलने का मिशन है इसमें कार्य करने के लिए नए कार्यकर्ता तैयार कीजिए। घर से निकलना पड़ेगा। तभी कार्य होगा। ऐसे सिर्फ बैठे रहने से कार्य नहीं होगा।

मिशन कार्यो की समीक्षा कर सक्रियता से जुट जाने का आह्वान
जिला समन्वयक मुकेश तिवारी ने युवा प्रकोष्ठ, महिला मंडल, प्रज्ञा मंडल, व्यसन मुक्ति अभियान, साधना अभियान, शिक्षा अभियान, पर्यावरण जागरूकता अभियान, नारी जागरण अभियान, स्वावलंबन अभियान, गृहे गृहे गायत्री यज्ञ अभियान, गंगा अभियान, पुंसवन अभियान, साहित्य विस्तार अभियान, भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, संगठन विस्तार सहित मिशन के कार्यो की समीक्षा कर नई कार्ययोजना के मुताबिक सक्रियता से गतिविधियों में जुट जाने का आह्वान किया।


शक्तिपीठ विदिशा के मुख्यट्रस्टी रामचरण चौकसे ने चलें गाँव की ओर विषय पर प्रकाश डालकर मिशन की गतिविधियां गाँवों में करने की बात कही।

संगोष्ठी का संचालन जिला सह समन्वयक श्रीराम कटियार ने किया जबकि आभार गंजबासौदा प्रज्ञापीठ के मुख्यट्रस्टी एडवोकेट श्यामसुंदर माथुर ने माना।


इस संगोष्ठी में गायत्री प्रज्ञापीठ गंजबासौदा के उपमुख्य ट्रस्टी जयराम अहिरवार, ट्रस्टीगण महाराज सिंह दांगी, भगवान सिंह राजपूत, रघुवीरसिंह परिहार, गोविंद माथुर, महाराज सिंह पटेल, सुरेंद्र सिंह राजपूत, संजीव अरोरा, गायत्री शक्तिपीठ विदिशा ट्रस्टीगण लक्ष्मण मीना, महिला प्रकोष्ठ  श्रीमति सुमन भदौरिया, श्रीमति उमा श्रीवास्तव, श्रीमति सपना पाण्डे, युवा प्रकोष्ठ जिला समन्वयक सौरभ गुप्ता, थानसिंह , ब्रजेन्द्र रघुवंशी, नेतराम साहू, वासू पांडे, मनोज पांडे, परिव्राजक वसंत कुमार पांडे, दिनेश मिश्रा, रामकृष्ण सैनी सहित जिलेभर के दायित्ववान गायत्री परिजन मौजूद थे।