20 सितंबर से एमपी में खुलेंगे कक्षा पहली से पांचवी तक के स्कूल

कक्षा आठवीं, दसवीं और बारहवीं के छात्रावास शत-प्रतिशत क्षमता के साथ होंगे संचालित, विद्यालय और छात्रावास में अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी उपस्थित हो सकेंगे। सभी शासकीय विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक बैठकें 15 से 17 सितंबर तक

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @भोपाल रविकांत उपाध्याय/

प्रदेश के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालयों में कक्षा पहली से पांचवी तक की प्राथमिक स्तर की कक्षाएं 50% क्षमता के साथ 20 सितंबर से संचालित हो सकेगी।

स्कूल शिक्षा विभाग उप सचिव प्रमोद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश और प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है।

कक्षा आठवीं, दसवीं और बारहवीं के शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के लिए छात्रावास और आवासीय विद्यालय संचालित किए जायेगे। कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल और छात्रावास खोले जायेगे लेकिन छात्रावास में उनकी कुल क्षमता के 50% से अधिक विद्यार्थी उपस्थित नहीं होंगे। विद्यालय और छात्रावास में अभिभावकों की सहमति से ही विद्यार्थी उपस्थित हो सकेंगे।  

सिंह ने बताया कि जिलों में स्कूलों, छात्रावास और आवासीय विद्यालयों को खोले जाने के संबंध में जिला आपदा प्रबंधन समिति की सहमति ली जायेगी। विद्यालयों और छात्रावासों में भारत सरकार और राज्य स्तर से समय-समय पर जारी एस.ओ.पी. और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। विद्यार्थियों की ऑनलाइन कक्षाएं और डिजिटल माध्यम से पढ़ाई पूर्व की तरह ही संचालित की जायेगी। 

सभी शासकीय विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक बैठकें 15 से 17 सितंबर तक

स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश के विद्यार्थियों की पढ़ाई की निरंतरता बनाए रखने और अभिभावकों एवं शिक्षकों के बीच सक्रिय संवाद स्थापित करने के लिए प्रदेश के सभी शासकीय विद्यालयों में 15 से 17 सितंबर तक अभिभावक-शिक्षक बैठक आयोजित की जायेगी। श्री परमार ने कहा कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोरोना के कारण से शैक्षणिक सत्र में विलम्ब हुआ है। कोरोना के प्रभाव से विद्यार्थियों की शैक्षणिक व्यवस्था के साथ सारा समाज प्रभावित हुआ है। ऐसे समय में विद्यार्थियों के लिए शिक्षा का माहौल बनाने में शिक्षक और अभिभावकों का सहयोग अपेक्षित है। श्री परमार ने सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों से अभिभावक-शिक्षक बैठक में उपस्थित रहने का आग्रह किया है।

परमार ने बताया कि अभिभावक-शिक्षक बैठक के दौरान नवीन सत्र में कक्षा के पाठ्यक्रम को नियत समयावधि में पूरा करने, घर मे विद्यार्थियों की पढ़ाई निरंतर रखने और नई शिक्षा नीति के आलोक में शिक्षण व्यवस्था के सम्बन्ध में अभिभावकों को अवगत कराया जाएगा। इस सत्र में विद्यार्थियों का परिणाम बेहतर लाने में अभिभावकों की भूमिका के सम्बन्ध में भी चर्चा की जायेगी।