Bhopal मुख्यमंत्री व गृहमंत्री ने पुलिस जवानों की तिरंगा रैली को हरी झंडी दिखा कर किया रवाना 

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ भोपाल मध्यप्रदेश रमाकांत उपाध्याय / 9893909059

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम सब संकल्पित हों कि भारत माँ की शान और स्वाभिमान पर कभी आँच नहीं आने देंगे। देश की एकता और अखण्डता को कम नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री पुलिस आयुक्त कार्यालय से पुलिस जवानों की बाईक तिरंगा एवं पैदल तिरंगा रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहे थे। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना और पुलिस कमिश्नर भोपाल मकरंद देऊस्कर सहित वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि “झंडा ऊँचा रहे हमारा, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, इसकी शान न जाने पाए, चाहे जान भले ही जाए” हमें ऐसा प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को हमें आजादी मिली। आजादी के साथ ही हमारा देश विभाजित भी हो गया था। हमें अपने देश की रक्षा करने की प्रेरणा देने वाला यह अद्भुत कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास है। आंतरिक रक्षा करते हुए हमारे जवानों ने न केवल पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन किया है बल्कि बलिदान भी दिया है। हमें अपने इरादों को आगे बढ़ाने से कोई नहीं रोक सकता। रैली के दौरान बारिश हुई पर जवान मैदान में डटे रहे।

पुलिस आयुक्त श्री देऊस्कर ने कहा कि देश-भक्ति और जन-सेवा की भावना जागृत करने के लिए यह महा तिरंगा रैली निकाली गई है। आजादी के अमृत महोत्सव में सभी थानों को सुसज्जित किया गया है।

रैली में लगभग 300 बाइक शामिल थी, जो कमिश्नर कार्यालय से रोशनपुरा होते हुए पॉलिटेक्निक चौराहा, कमला पार्क, रेत घाट, वीआईपी रोड होते हुए लालघाटी चौराहे से वापस वीआईपी रोड, रेत घाट, कमला पार्क, रविन्द्र भवन के सामने से होते हुए छोटे तालाब, खटलापुरा, 7वीं वाहिनी के सामने से होते हुए लाल परेड ग्राउंड पर समाप्त हुई। पैदल तिरंगा रैली कमिश्नर कार्यालय से प्रारंभ हो कर राजभवन तिराहे के सामने से वापस होते हुए एमवीएम कॉलेज के सामने, पुराना पुलिस कंट्रोल रूम के सामने से होते हुए लाल परेड ग्राउंड पर समाप्त हुई। रैली में 75 मीटर लम्बा तिरंगा लेकर पैदल मार्च किया गया, जिसमें पुलिसकर्मी, सामुदायिक पुलिसिंग इंटर्नशिप करने वाले विद्यार्थी, नगर/ग्राम रक्षा समिति, शक्ति समिति, एनसीसी के विद्यार्थी, स्वयं सेवी संगठन के सदस्य, नागरिकों सहित लगभग 1500 लोग सम्मिलित हुए।