Advocate अंधेरे में आशा की ज्योति का केंद्र – विधि मंत्री डॉ.मिश्रा

लॉयर के पास कॅरियर बनाने के ज्यादा अवसर मौजूद – सांसद तन्खा, शासकीय अधिवक्ताओं की सेवानिवृत्ति आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करेंगे

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ भोपाल रविकांत उपाध्याय/

न्यायालय में जाने के बाद सभी के लिये आशा की ज्योति का केन्द्र एडव्होकेट ही होता है। विधि एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह बात भोपाल में टेक्नोक्रेट इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ के शुभारंभ अवसर पर आयोजित समारोह में कही।

इस अवसर पर राज्य सभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडव्होकेट विवेक तन्खा ने अपने संबोधन में कहा कि लॉ स्टूडेंट के पास कॅरियर बनाने के ज्यादा अवसर मौजूद होते हैं। टेक्नोक्रेट ग्रुप के प्रमुख संरक्षक डॉ. रामरज करसौलिया, चेयरपर्सन श्रीमती साधना करसौलिया और उनकी टीम ने अतिथियों का स्वागत किया।

विधि मंत्री डॉ. मिश्रा ने भोपाल में नये लॉ कॉलेज के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के सभी शासकीय अधिवक्ताओं को सेवानिवृत्ति की आयु 62 से बढ़ाकर 65 वर्ष करने की सौगात दी। उन्होंने नवीन लॉ कॉलेज की उन्नति के लिये अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यहाँ से निकलने वाले विद्यार्थी आम आदमी को न्याय दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। संस्था के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन करेंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि शासन स्तर से संस्थान की हर संभव सहायता की जायेगी।

राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि नये कॉलेज नये आयडियाज लेकर आते हैं। संस्थान की अच्छी फैकल्टी बेहतर परिणाम दिलाती है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी काबिलियत पर अडिग विश्वास रखने को कहा। श्री तन्खा ने कहा कि आपका टैलेंट ही आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है।

संस्थान के वाइस चेयरमेन  सौरभ करसौलिया ने आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि लॉ इंस्टीट्यूट अतिथियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा