ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को ‘इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर’ अवार्ड

‘75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो’ से युवा प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं पर ध्यान केंद्रित होगा: हेमा मालिनी

स्वास्तिक न्यूज़ पोर्टल @ गोवा रमाकांत उपाध्याय/  


चाहे ‘बसंती’ हो, ‘सीता और गीता’ हो या ‘ड्रीम गर्ल’ हो, हेमा मालिनी ने बड़े पर्दे पर अपने द्वारा निभाए गए प्रत्‍येक किरदार को अमर कर दिया है। यही नहीं, हेमा मालिनी ने स्‍वयं के साथ-साथ अपने द्वारा निभाए गए विभिन्‍न किरदार को भी दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए उतार दिया है।

सिनेमा की दुनिया में ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के सर्वोत्कृष्ट योगदान को सराहते हुए आज 20 नवंबर, 2021 को गोवा में आयोजित 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह में दो बार सांसद रह चुकीं और हिंदी सिनेमा की इस दिग्‍गज अभिनेत्री, नृत्यांगना, निर्माता एवं निर्देशक को ‘इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

हिंदी सिनेमा में अपने असाधारण योगदान के लिए हेमा मालिनी को भारतीय फिल्म उद्योग की सबसे सफल अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है।

यह अवार्ड ग्रहण करते हुए ड्रीम गर्ल ने कहा, ‘मैं इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर अवार्ड 2021 से सम्‍मानित किए जाने से अत्‍यंत प्रसन्‍न हूं।’ उन्होंने ‘75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो’ प्रतियोगिता का जिक्र करते हुए कहा कि आईएफएफआई का काम अत्‍यंत सराहनीय है क्योंकि यह प्रतियोगिता इस तरह के प्‍लेटफॉर्म के माध्यम से देश के युवा और प्रतिभाशाली फिल्म निर्माताओं को विशिष्‍ट पहचान देगी।

 

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी की सराहना करते हुए कहा कि उन्‍होंने फिल्म प्रेमियों की कई पीढ़ियों को अपने अभिनय से मंत्रमुग्ध किया है। उन्होंने कहा, ‘हेमा मालिनी को हर किसी ने पर्दे पर देखा है, लेकिन जिस उत्‍कृष्‍ट ढंग से वह एक सांसद की भूमिका निभाती हैं और जिस तरह से वह अपने संसदीय क्षेत्र मथुरा के विभिन्‍न मुद्दों को संसद में पेश करती हैं, उससे सभी को सीख लेनी चाहिए।’

हेमा मालिनी का जन्म तमिलनाडु में हुआ था और उन्होंने वर्ष 1963 में तमिल फिल्म ‘इधु साथियाम’ से अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने वर्ष 1968 में फि‍ल्‍म ‘सपनों का सौदागर’ की मुख्य अभिनेत्री के रूप में हिंदी सिनेमा में अपनी धमाकेदार शुरुआत की थी। उसके बाद से ही उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और उन्होंने शोले, सीता और गीता, सत्ते पे सत्ता एवं बागबान जैसी 150 से भी अधिक फिल्मों में अभिनय किया।

हिंदी सिनेमा की प्रख्‍यात अभिनेत्री हेमा मालिनी को वर्ष 2000 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

सुश्री हेमा मालिनी, जो एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नृत्यांगना भी हैं, को भारतीय नृत्य कला में उत्‍कृष्‍ट योगदान के लिए वर्ष 2006 में ‘सोपोरी एकेडमी ऑफ म्यूजिक एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स (सामापा) वितास्ता अवार्ड’ से नवाजा गया था। वर्ष 2014 के आम चुनाव में सुश्री हेमा मालिनी मथुरा निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सांसद चुनी गईं।

विख्यात गीतकार एवं केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रसून जोशी भी उद्घाटन समारोह में उपस्थित थे। श्री प्रसून जोशी को भी ‘इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर’ अवार्ड से नवाजा जाएगा। श्री प्रसून जोशी 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के समापन के दिन यह अवार्ड ग्रहण करेंगे।

प्रसून जोशी गीतकार होने के साथ-साथ कवि, लेखक, पटकथा लेखक, संचार विशेषज्ञ और विज्ञापन गुरु भी हैं। वह वर्तमान में सीबीएफसी के अध्यक्ष, और मैक्केन वर्ल्ड ग्रुप इंडिया के चेयरमैन (एशिया) एवं सीईओ हैं। श्री जोशी को दो बार ‘सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार’ से नवाजा गया है। वर्ष 2015 में भारत सरकार ने उन्हें कला, साहित्य और विज्ञापन के क्षेत्र में उनके बहुमूल्‍य योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया। इस साल आईएफएफआई में श्री जोशी ‘75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो’ प्रतियोगिता के लिए ग्रैंड ज्‍यूरी के सदस्य भी रहे हैं।